Bhadrapada Amavasya 2023: पितरों को खुश करने के लिए पितृ पक्ष से पहले भाद्रपद अमावस्या आने वाली हैं जिसे भादो अमावस्या भी कहते हैं | यह भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता हैं | वर्ष 2023 में भाद्रपद अमावस्या सितंबर माह में है |
ऐसा कहा जाता हैं की इस दिन नदियों में स्नान करके अपनी क्षमता के अनुसार दान दिया जाता हैं | इसके साथ ही पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय भी इस दिन किये जाते हैं | तो आइये अब हम काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि भाद्रपद अमावस्या कब है? भाद्रपद अमावस्या पर स्नान और दान का मुहूर्त क्या है?
इन्हें भी देखे
- Delhi G20 Summit 2023: PM मोदी जी-20 समिट में करेंगे ताबड़तोड़ 15 बैठकें, आज 3 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय वार्ता
- Business: नौकरी की टेंशन खत्म! इन काम से जीरो निवेश पर हर महीना करें छप्परफाड़ कमाई

भाद्रपद अमावस्या 2023 कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल यानी वर्ष 2023 में भाद्रपद अमावस्या 14 सितंबर को हैं | यह 14 सितंबर को दिन गुरुवार को प्रात: 04 बजकर 48 मिनट से लगेगी तथा अमावस्या तिथि 15 सितंबर शुक्रवार को सुबह 07 बजकर 09 मिनट तक रहेगी | ऐसे में अगर हम उदयातिथि के अनुसार देखे तो भाद्रपद अमावस्या 14 सितंबर को है |
भाद्रपद अमावस्या पर स्नान और दान का मुहूर्त क्या है?
भाद्रपद अमावस्या 14 सितम्बर को शुरू हो जायेगी और यह दिन स्नान और दान ब्रह्म मुहूर्त से ही शुरू हो जाती हैं | इस दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04:32 बजे से प्रात: 05:19 बजे तक है | इसके बाद आप उत्तम मुहूर्त सुबह 06:05 बजे से सुबह 07:38 बजे के बीच भी स्नान और दान कर सकते हैं |
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और साध्य योग में भाद्रपद अमावस्या 2023
इस साल होने वाला भाद्रपद की अमावस्या साध्य योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र दोनों में हैं | पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र इस दिन सुबह से लेकर अगले दिन 04:54 AM तक हैं जबकि साध्य योग प्रात:काल से लेकर अगले दिन 03:00 AM तक हैं | उसके बाद से ही शुभ योग शुरू हो जाता हैं यह भाद्रपद अमावस्या सूर्योदय सुबह 06:05 AM पर ही शुरू हो जात हैं |
इन्हें भी देखे
- EPFO के ऐलान को सुनकर खिल उठे सभी के चेहरें, आप भी जानें नया अपडेट
- Gold Rate today: मानसूनी बादलों के बीच सोना हुआ बहुत सस्ता, 10 ग्राम का रेट सुन उमड़े ग्राहक
भाद्रपद अमावस्या पर पितरों के लिए दान की वस्तुएं
भाद्रपद अमावस्या के दिन आप स्नान करनेके बाद पितरों के लिए दान कर सकते हैं | इस दिन आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार कपड़े और अन्न का दान कर सकते हैं | माना जाता हैं की इस दिन पितरों के लिए कपडे दान करना अच्छा माना जाता हैं, इससे हमारे पित्तर प्रसन्न होते हैं |
भाद्रपद अमावस्या का महत्व
भाद्रपद माह में जगत के पालनकर्ता भगवान् विष्णु की पूजा अर्चना की जाती हैं और भाद्रपद अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा किया जाता हैं | उस दिन आप स्नान करने के बाद पीपल के पेड़ की जड़ में जल अवश्य चदाये क्योकि इस दिन पीपल के पेड़ में देवताओं का वास होता हैं | शाम के समय में यहाँ पर आप पितरों के लिए सरसों के तेल वाला दीपक जला सकते हैं इससे हमारे पित्तर प्रसन्न होते हैं |
इन्हें भी देखे
- जानें Asia Cup 2023 में भारतीय टीम का अगला मुकाबला कब खेला जाएगा, विरोधी टीम के बारे में जानते ही आ जाएगा मजा
- 2000 Rs Note Update: 2000 रुपये के नोट को लेकर आया चौकानें वाला अपडेट, जानकार आप भी रह जाएंगे दंग
- Astro Tips : इस अंगूठी को धारण करने से तरक्की के खुल जायेंगें दरवाजे, महलों के बनेंगे मालिक
- Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी के लिए घर कब लाएं गणपति? क्या है शुभ मुहूर्त? अमंगल से बचने के लिए ध्यान रखें यह बात
- Aditya L1 : आदित्य L 1 ने ली सेल्फी , धरती और चन्द्रमा की भी फोटो क्लिक की
- 200MP Camera Smartphone : ये रहे 200MP कैमरा के साथ लॉन्च हुए बेहतरीन स्मार्टफोन, सब हैं एक से बढ़कर एक
सारांश
मैं आशा करता हूँ की आपको मेरी यह जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको मेरी यह जानकारी पसंद आई होगी तो आप इसे लाइक करे और अपने दोस्तों, फॅमिली और ग्रुप में जरुर शेयर करे ताकि उन्हें भी इसकी जनकारी मिल सके |
धन्यवाद !!!