Marriage Rules 2023: भारत देश में अपनी इच्छा के अनुसार विवाह करने की पूरी अनुमति दी जाती है। यह अधिकार मूल रूप से भारत के हर नागरिक पर लागू होता है। कानून भी आपको आपकी इच्छा के अनुसार शादी करने की अनुमति देता है। साल 2023 में ऐसे कई मामले देखे गए जब लोगों ने धर्म की परवाह किए बिना विवाह किए हैं और इस वजह से अंतर विवाह (Inter Marriage) को काफी ज्यादा बढ़ावा मिला है जब आप भारत में अंतर विवाह (Inter Marriage) करते हैं तब आपको भारतीय अधिनियम के अनुरूप रहकर विवाह करना होता है और सभी शर्तों और नियमों का पालन करना होता है। चलिए आज इस लेख के माध्यम से समझते हैं कि हिंदू एवं मुस्लिम लड़के एवं लड़कियों के लिए शादी को लेकर क्या नियम है?
विवाह अथवा शादी किसे कहते हैं? (What is the meaning of marriage?)
शादी सांस्कृतिक, शारीरिक और कानूनी मान्यता प्राप्त दो जीवनसाथी के बीच का संबंध है। कुछ धर्मों में शादी एक परंपरा है तो कुछ धर्मों में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह है। कानूनी रूप से देखे तो शादी एक मान्यता प्राप्त संबंध है जो उनके बच्चों एवं परिवार जनों के बीच अधिकार और दायित्व को स्थापित करता है और साथ ही सामाजिक और धार्मिक दायित्व को भी स्थापित करता है।
हिंदू लड़के की मुस्लिम लड़की से शादी के नियम-2023 क्या हैं? | Marriage Rules 2023
भारतीय अधिनियम हर युवा को उसकी पसंद के अनुसार शादी करने की अनुमति देता है लेकिन जब कोई लड़का लड़की किसी दूसरे धर्म में शादी करते हैं तब उन्हें किन नियमों को मानना जरूरी होता है। इस विषय में हम आपको नीचे कुछ आवश्यक जानकारी प्रदान कर रहे हैं –
विशेष विवाह अधिनियम (special marriage act)-1954
भारत में अंतर विवाह (Inter Marriage) करने वालों के लिए Special Marriage Act की व्यवस्था की गई है भारत में अंतर विवाह (Inter Marriage) किया जा सकता है लेकिन इसके लिए कोर्ट की कुछ आवश्यक शर्तों को मानना जरूरी होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि आपको शादी करने के लिए अपना धर्म बदलने की कोई जरूरत नहीं होती है। Special Marriage Act भारतीय नागरिकों को अंतर विवाह (Inter Marriage) और विदेशों में भी भारतीय नागरिक के लिए विवाह का अवसर प्रदान करता है। Special Marriage Act में भले ही व्यक्ति किसी भी धर्म का हो उसे अपने धार्मिक विश्वास को मानने की पूरी छूट दी जाती है बस जीवनसाथी और व्यक्ति बीच जन्म संबंध से जुड़ी कोई भी समानता नहीं होना चाहिए।
हिंदू विवाह अधिनियम (Hindu marriage act)-1955
Hindu Marriage Act के अनुसार लड़का एवं लड़की का हिंदू धर्म में होना आवश्यक है। अगर किसी कारण से लड़का एवं लड़की नियम को दरकिनार करने के लिए किसी अन्य माध्यम से शादी कर लेते हैं तब उनके लिए कई तरह की समस्या खड़ी हो सकती है। मान लीजिए कि एक हिंदू लड़के ने मुस्लिम लड़की से विवाह कर लिया है और वह कोर्ट के पास जाकर सुरक्षा की मांग करते हैं तब ऐसे में उन्हें कोर्ट के द्वारा कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की जाएगी। इसलिए अगर कोई हिंदू लड़का किसी मुस्लिम लड़की से शादी करता है तब ऐसे समय में लड़की का धर्म परिवर्तन होना अति आवश्यक है।
शरीया यानी मुस्लिम कानून के तहत शादी (marriage under muslim law means ‘shariya’)
वैसे देखा जाए तो इस्लाम धर्म में अंतर विवाह (Inter Marriage) की इजाजत नहीं है फिर भी यदि कोई शरिया के अनुसार शादी करना चाहे या अगर कोई हिंदू लड़का किसी मुस्लिम लड़की से शादी करना चाहे तब हिन्दू लड़के को अपना धर्म परिवर्तन करना होगा। शरिया कानून के तहत शादी के लिए निकाहनामा तैयार किया जाता है जिसमें निकाह से जुड़ी सभी शर्तों का उल्लेख होता है।
क्या किसी भी प्रकार के दबाव में आकर रचाई गई शादी मान्य होगी? (Will marriage under any type of pressure be valid?)
विवाह चाहे हिंदू धर्म परंपरा के अनुसार हुआ हो या फिर मुस्लिम धार्मिक कानून के अनुसार हुआ हो अगर किसी दबाव में आकर विवाह रचाया जाता है तब दोनों ही विवाह से जुड़े कानूनी मामलों में यह साफ कर दिया गया है कि दबाव में किया गया विवाह मान्य नहीं होगा।
लड़का हो या फिर लड़की दोनों की शारीरिक एवं मानसिक सहमति से ही विवाह किया जा सकता है अन्यथा विवाह मान्य नहीं किया जाएगा।
क्या एक हिंदू युवक पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी कर सकता है? (Can a Hindu boy marry the second one, if the first wife is alive?)
हिंदू विवाह में देखें तो एक पत्नी के होते हुए कोई व्यक्ति दूसरी शादी नहीं कर सकता। हालांकि, भारत में ऐसे कई केस आए थे जब हिंदू व्यक्ति ने अपने धर्म को मुस्लिम धर्म में बदल लिया था और अपनी पत्नी के जीते जी दूसरी शादी कर ली थी क्योंकि मुस्लिम धर्म में 1 से अधिक शादी का रिवाज है।
इसलिए कई हिंदु महिलाओं ने इस विषय में कोर्ट केस दर्ज करवाया था जिसके बाद कोर्ट की तरफ से यह फैसला आया था कि अगर किसी व्यक्ति ने पहले हिंदू धर्म के अनुसार शादी की है तब वह अपना धर्म बदल कर दूसरी शादी नहीं कर सकता अगर वह ऐसा करता है तब उसकी दूसरी शादी मान्य नहीं होगी। यानी कि आप समझ सकते हैं कि हिंदू धर्म में एक पत्नी के होते हुए आप दूसरा विवाह नहीं कर सकते अगर आपने हिंदू धर्म के अनुसार शादी रचाई है।
कौन सी मशहूर हिंदू हस्तियां हैं, जिन्होंने मुस्लिम युवतियों से शादी रचाई? (Which are popular Hindu celebrities who married a Muslim girl?
भारत में ऐसे कई नामी कलाकार हैं जिन्होंने मुस्लिम लड़कियों से विवाह किया है हालांकि बॉलीवुड में विवाह होना काफी आम बात होती है। सुपरस्टार संजय दत्त ने मुस्लिम लड़की दिलरुबा शेख से शादी की थी जिन्होंने अपना नाम बदलकर ‘मान्यता’ रख दिया था।
भारत के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त ने अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री नरगिस से शादी की थी। नरगिस का असली नाम ‘फातिमा रशीद’ था।
संगीत की जान कहलाने वाले सिंगर किशोर कुमार गांगुली ने मर्लिन मुनरो मानी जाने वाली मधुबाला से विवाह किया था। मधुबाला का नाम असल में ‘मुमताज’ था।
अगर हम यहां सबके नाम बताने लगे तो शायद लिस्ट काफी लंबी हो जाएगी भारत में ऐसे कई सुपरस्टार है जिन्होंने मुस्लिम लड़की से विवाह किया है।