What is Insurance: इंसान कभी भी अपने जीवन में यह पता नहीं लगा सकता है कि आने वाले भविष्य में क्या होने वाला है। ऐसे समय में बीमा करवाना काफी जरूरी होता है: – बीमा आपको भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं या आपके जीवन में होने वाले खतरों से बचा तो नहीं सकता है लेकिन आपके जीवन में होने वाली दुर्घटना की भरपाई जरूर कर सकता है।
जब भी हम कहीं नौकरी करते हैं या कोई गाड़ी खरीदते हैं तो हर किसी कंडीशन में हमें बीमा करवाने की सलाह दी जाती है।आखिर बीमा क्या है? बीमा कैसे काम करता है? और बीमा कितने प्रकार का होता है? इसके अलावा बीमा करवाने से क्या लाभ होते है? इन सभी चीजों की जानकारी आज हम आपको इस पोस्ट में बताने वाले है।
तो चलिए जानते हैं बीमा क्या है? और बीमा कैसे काम करता है? और बीमा करवाना क्यों जरूरी है?
बीमा (इंश्योरेंस) क्या है? What is Insurance In Hindi
बीमा आपके जीवन में होने वाले वित्तीय नुकसान से सुरक्षा पाने का एक साधन है। बीमा के जीवन को तो नहीं बचा सकता लेकिन जीवन में होने वाले वित्तीय नुकसान से जरूर बचा सकता है। बीमा आपके जीवन में होने वाले अनिश्चित नुकसान के जोखिम और वित्तीय आपदा से निपटने के लिए सबसे अच्छा साधन है।
बीमा को आप एक तरीके का अनुबंध या कॉन्ट्रैक्ट भी कह सकते हैं जिसे एक पॉलिसी की तरह पेश किया जाता है। एक तरह से आप किसी संस्था या कंपनी को अपने जीवन में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए भुगतान करते है और बदले में वह आपके जीवन में होने वाले जोखिम या वित्तीय नुकसान की भरपाई के लिए आप को सुरक्षा प्रदान करता है।
आप किसी भी बड़े या छोटे वित्तीय नुकसान के जोखिम से बचने के लिए अपना बीमा करवा सकते है। बीमा कंपनियां आपको एक किफायती दाम पर आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। पहले बीमा कंपनियां आपके रिस्क का अवलोकन करती है किआप किस चीज से संबंधित बीमा करवाना चाहते हैं और उसके आधार पर आपके लिए बीमा की राशि को किफायती बनाने का प्रयास करती है।
आप किसी भी वित्तीय जोखिम से निपटने के लिए बीमा करवा सकते हैं जिससे संपत्ति का नुकसान, किसी थर्ड पार्टी से हुए नुकसान या किसी भी चीज जो आपके जीवन में आपको वित्तीय जोखिम दे सकती है उसको लेकर बीमा करवा सकते है। इसके लिए आपको बीमा कम्पनी की शर्तों का पालन करना पड़ता है।
बीमा कैसे काम करता है? How does Insurance work
अगर हम भारत की बात करें तो यहां पर कई बीमा पॉलिसी उपलब्ध है जो कि आप बड़ी आसानी से ढूंढ सकते है। यहां तक कि आपके एक फोन लगाने पर भी बीमा अधिकारी आपको घर आकर बीमा के विषय में जानकारी दे सकता है। सामान्य तौर पर लोग स्वास्थ्य, घर का बीमा, गाड़ी का बीमा या जीवन बीमा करवाते है।
बीमा एक तरह का अनुबंध है जो कि बीमा कंपनी और बीमा करवाने वाले इंडिविजुअल व्यक्ति, कंपनी, या संस्था के बीच होता है। बीमा करवाने वाले व्यक्ति को एक निश्चित समय तक बीमा कंपनी में धनराशि जमा करवानी पड़ती है जितने समय के लिए वह अपना बीमा करवाना चाहता है। यह समयावधि 1 साल, 5 साल, 10 साल कुछ भी हो सकती है। बीमा के लिए व्यक्ति जो धनराशि बीमा कंपनी को देता है उसे प्रीमियम कहा जाता है।
जिस समयावधि के लिए आप बीमा करवाते हैं उस बीच अगर आपको किसी भी प्रकार का वित्तीय जोखिम होता है तब बीमा कंपनी अपनी शर्तों के मुताबिक आपको आपके उस नुकसान की भरपाई करती है। जैसे कि नई गाड़ी खरीदने वाला व्यक्ति जब अपना बीमा करवाता है तब वह रोड पर होने वाले एक्सीडेंट और वित्तीय जोखिम से बचने के लिए बीमा करवा सकता है।
बीमा करवाने के लिए यह जरूरी है कि आपने किस चीज को लेकर बीमा करवाया है अगर आप बिजनेस को लेकर बीमा करवाते हैं तो बिजनेस में होने वाली क्षति की पूर्ति बीमा राशि से की राशि से की जाती है। ठीक उसी प्रकार आप जिस चीज का बीमा करवाते हैं आपको उसी चीज की क्षति होने पर बीमा की राशि प्राप्त होती है।
बीमा कितने प्रकार के होते है? Types of Insurance in Hindi
सामान्य तौर पर बीमा दो प्रकार के होते हैं जीवन बीमा और सामान्य बीमा चलिए इनके बारे में भी विस्तार से समझ लेते हैं-
जीवन बीमा – Life Insurance
जीवन बीमा हम उसे कहते हैं जिसमें बीमा लेने वाला व्यक्ति और बीमा कंपनी के बीच एक अनुबंध होता है जहां पर बीमा लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु पर एक निर्धारित राशि उसके परिवार को प्रदान की जाती है। उसे कितनी राशि दी जाएगी ये उसकी प्रीमियम और उसने कितनी राशि तक का बीमा करवा रखा है इस बात पर निर्भर करता है।
जीवन बीमा आमतौर पर व्यक्ति अपने परिवार के वित्तीय जोखिम को कम करने के लिए करवाता है। अगर जाने-अनजाने में बीमा धारक को कुछ हो जाता है तो ऐसे समय में बीमा कंपनियां मृत व्यक्ति के परिजन को बीमा की राशि प्रदान करती है जिससे कि उन्हें आगे जीवन में वित्तीय संबंधित मदद प्राप्त हो सके।
सामान्य बीमा – General Insurance
सामान्य बीमा हम ऐसे बीमा को कहते हैं जो कि जीवन बीमा की श्रेणी में नहीं आता है उन्हें हम सामान्य बीमा कहते है। सामान्य बीमा किसी बीमा धारक के जीवन में होने वाले वित्तीय जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है जिसमें संपत्ति का जोखिम, एक्सीडेंट, स्वास्थ्य बीमा, फसल बीमा बिजनेस या नौकरी में किया जाने वाला बीमा आदि।
चलिए सामान्य बीमा के बारे में विस्तार से समझते हैं
दुर्घटना बीमा – Accident Insurance
यह बात तो आप जानते ही होंगे कि हर एक ड्राइवर के लिए बीमा होना बहुत ही आवश्यक है जब आप नई गाड़ी लेते हैं तब भी आपको बीमा लेना आवश्यक होता है। मान लीजिए कि आप गाड़ी से कहीं पर जा रहे हैं और अचानक से आपकी सड़क पर कोई दुर्घटना हो जाती है तब अस्पताल में लगने वाले खर्च को बीमा कंपनियों द्वारा कवर किया जाता है।
दुर्घटना बीमा में कुछ शर्ते शामिल होती है अगर उन शर्तों के हिसाब से आपकी कोई दुर्घटना हो जाती है तभी बीमा कंपनी आपको क्लेम देती है। इसलिए कोई भी बीमा लेने से पहले बीमा की सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ ले।
स्वास्थ्य बीमा योजना – Medical Insurance
मान लीजिए अगर किसी कारण आपको कोई सीरियस बीमारी लग जाती है तब ऐसे समय में आप बीमा की राशि प्राप्त कर सकते हैं और अस्पताल में होने वाले खर्च से बच सकते है। बीमा कंपनियां आपके ऑपरेशन से लेकर आपकी दवाई तक का खर्च उठाती है।
आज के समय में बदलती जीवनशैली की वजह से लोग आसानी से बीमार पड़ने लगते हैं और ऐसे समय में आपको स्वास्थ्य का बीमा करवाना बहुत जरूरी है। आप स्वास्थ्य बीमा से जुड़ी सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ें और किसी अच्छी कंपनी से अपना स्वास्थ्य बीमा करवा सकते है।
वाहन बीमा – Vehicle Insurance
जब भी आप कोई नया वाहन खरीदते हैं तब आपको वाहन बीमा करवा लेना बहुत जरूरी है। मान लीजिए कि आपकी गाड़ी दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो जाती है या फिर कोई आपकी गाड़ी को चोरी करके ले जाता है तो ऐसे समय में बीमा कंपनियां आपके नुकसान का खर्च उठाती है।
कई बार ऐसा भी होता है कि आप के ड्राइवर की वजह से किसी अन्य राह चलते व्यक्ति का एक्सीडेंट हो जाता है तो ऐसे में बीमा कंपनियां सामने वाले व्यक्ति के खर्च की आपूर्ति करने के लिए भी आपको क्लेम देती है।
घर का बीमा – Home Insurance
घर का बीमा ऐसी स्थितियों में करवाया जा सकता है जब आपके घर में चोरी हो जाने का खतरा काफी अधिक होता है। इसके अलावा अगर आपका घर किसी दुर्घटना के चलते क्षतिग्रस्त हो जाता है गिर जाता है तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए आप बीमा करवा कर बीमा कंपनियों द्वारा इसका खर्च वहन कर सकते है।
यात्रा बीमा – Travel Insurance
अगर आपकी फैमिली में आपअधिक बार किसी को यात्रा पर भेजते हैं तो ऐसे में उस व्यक्ति का यात्रा बीमा करवाना एकअच्छी बात हो सकती है। मान लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति यात्रा पर गया और किसी वजह से यात्रा पूर्ण नहीं हो पाती है या अधूरी हो जाती है तो ऐसे में आपके द्वारा हुए नुकसान का खर्च बीमा कंपनी को देना पड़ता है या फिर यात्रा के दौरान अगर आपकी किसी प्रकार की दुर्घटना हो जाती है तो ऐसे में भी बीमा कंपनी आपको जोखिम का क्लेम देती है।
फसल बीमा योजना – Crop Insurance Policy
एक किसान के लिए फसल बीमा करवाना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। किसान को मौसम की वजह से कई अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ता है जैसे कि कभी बारिश ज्यादा हो जाती है या कभी बारिश नहीं होती है तो ऐसे समय में फसल को नुकसान पहुंचता है। अगर आपने फसल बीमा करवाया है तो आपको फसल को लेकर चिंता करने की कोई भी बात नहीं है क्योंकि आप की फसल पर होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी द्वारा की जाती है ।
कारोबार उत्तर दायित्व बीमा – Business Liability Insurance
ह बीमा मुख्य रूप से कारोबारी व्यक्ति द्वारा दिया जाता है मान लीजिए कि आपके बनाए गए किसी उत्पाद से या कंपनी में चल रहे किसी कार्य से किसी अन्य व्यक्ति को क्षति पहुंचती है या आपके ग्राहक को क्षति पहुंचती है तब ऐसे में आपके नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी द्वारा उठाई जाती है।
जब कारोबार में चल ररहे किसी कार्य की वजह से किसी अन्य व्यक्ति का नुकसान हो जाता है और वह आप पर केस कर देता है तो ऐसे समय में भी बीमा कंपनी आपके ऊपर चल रही कानूनी कार्यवाही से संबंधित सभी खर्चों की भरपाई करती है।
पॉलिसी में उपयोग किए जाने वाले महत्वपूर्ण घटक – Major Elements of An Insurance Policy
प्रीमियम – Premium
प्रीमियम हम उस बीमा राशि को कहते हैं जो कि व्यक्ति बीमा पॉलिसी के बदले भुगतान करता है यह राशि बीमा पॉलिसी के अनुसार होती है जो कि 1 महीने से लेकर 1 साल तक की भी हो सकती है।
अनुबंध -Contract
अनुबंध दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच होने वाला एक कानूनी समझौता होता है जैसे कि बीमा कंपनी और बीमा धारक के बीच भी एक समझौता किया जाता है इसलिए आपको बीमा लेने से पहले सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ लेना आवश्यक है।
पॉलिसी धारक – Policy Holder
पालिसी धारक उस व्यक्ति को कहते हैं जिसने बीमा कंपनी से बीमा खरीदा है। जब भी आप किसी वित्तीय जोखिम से बचने के लिए बीमा लेते हैं तब बीमा दस्तावेज में आपका नाम पॉलिसी धारक के रूप में नामित कर दिया जाता है।
पॉलिसी की सीमा – Policy Limit
पॉलिसी की सीमा कुछ भी हो सकती है पॉलिसी की सीमा हम उस अधिकतम राशि को कह सकते हैं जोकि बीमा धारक पॉलिसी के तहत कवर किए गए नुकसान के लिए भुगतान करने वाला है।
बीमा के लाभ – Benefits of Insurance in Hindi
जब एक व्यक्ति बीमा करवाता है तो इससे उस व्यक्ति को तो लाभ होता ही है साथ ही उसके आसपास के समाज और परिवार को भी लाभ पहुंचता है। क्योंकि बीमा धारक केवल खुद की ही नहीं बल्कि समाज की सुरक्षा भी सुनिश्चित करने के लिए बीमा करवाता है।
इसलिए हर व्यक्ति का बीमा करवाना काफी आवश्यक है। बीमा करवाने के कुछ महत्वपूर्ण लाभ आपको हो सकते हैं-
जीवन बीमा- जीवन बीमा आपके परिवारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। भगवान ना करे अगर आपके जीवन को किसी भी प्रकार से खतरा होता है तब आपके परिवार को एक निश्चित राशि बीमा कंपनियों द्वारा दी जाती है जिससे कि आपके जाने के बाद भी आपके परिवार को वित्तीय संबंधित कोई भी जोखिम नहीं उठाना पड़ें।
सामान्य बीमा – सामान्य बीमा करवा कर आप अपनी और समाज की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं इसके अलावा आप अपने कारोबार, धन, वस्तु या अपनी खुद की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते है।
सारांश
मैंने आज आपको इस आर्टिकल में इंश्योरेंस के बारे में जानकारी दी है। मैंने आपको बताया है कि इंश्योरेंस क्या है यह कितने प्रकार का होता है और इंश्योरेंस लेने से आपको कौन-कौन से लाभ होते हैं। उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपके लिए काफी मददगार साबित होगी। ऐसे ही कंटेंट के लिए नियमित रूप से हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें।