HomeEducationजेल प्रहरी कौन होता है? | Jail Prahari kya hota hai |...

जेल प्रहरी कौन होता है? | Jail Prahari kya hota hai | जाने इसकी पात्रता और योग्य के बारे में

Jail Prahari kya hota hai : जेल के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा जिसे हम कैदखाना, कारागृह, बंदी ग्रह के नाम से भी जानते हैं हमारे देश में सजा पाने वाले कैदियों को जेल में रखा जाता है और ऐसे कई कैदी जेल में बंद रहते हैं जिन पर फिलहाल मुकदमा चल रहा है।

जेल आपको मुख्य रूप से हर जगह पर देखने को मिल जाएगी क्योंकि यहां पर कई कैदी आकर अपनी सजा काट रहे होते हैं एक बार सजा पूरी हो जाने के बाद कैदियों को दोबारा से छोड़ दिया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं इन जेल की सुरक्षा का काम कौन देखता है?

जेल की सुरक्षा को देखने का काम जेल प्रहरी के हाथों में सौंप दिया जाता है जेल प्रहरी हर जेल में नियुक्त किए जाते हैं इनका काम केवल जेल की सुरक्षा करना ही नहीं बल्कि और भी कई काम दिए जाते हैं जो कि जेल को संभालने के लिए आवश्यक होते है।

आज इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं जेल प्रहरी क्या होता है? जेल प्रहरी के काम क्या होते है? इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि जेल प्रहरी कैसे बने? जेल प्रहरी बनने की योग्यता क्या है? तो आज इसकी संपूर्ण जानकारी हम आपको इस लेख के जरिए देने वाले है

सिर्फ इतना ही नहीं अगर आप भी जेल प्रहरी बनकर देश का काम संभालना चाहते हैं या अपने भविष्य को बनाना चाहते हैं तब आप भी जेल प्रहरी बनने के लिए आवेदन कर सकते है। आज हम आपको आवेदन से जुड़ी प्रक्रिया भी इसी लेख के माध्यम से देने वाले है।

जेल प्रहरी क्या है? (Jail Prahari kya hai?)1

शुरुआत में हम जेल प्रहरी के बारे में बात करेंगे और जानेंगे जेल प्रहरी क्या है? और जेल प्रहरी का काम क्या होता है? दरअसल जब भी पुलिस थानों में किसी को बंदी बनाया जाता है तब उसके देखरेख की जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों के पास होती है।

इसके विपरीत जब जेल में किसी कैदी को डाला जाता है तब उसके देखरेख की जिम्मेदारी जेलर की होती है। जेलखाना पूरी तरह से न्यायालय के अधीन होता है। और इन बंदी ग्रहों की देखभाल के लिए जिस अधिकारी को नियुक्त किया जाता है उसे हम “जेल प्रहरी” कहते हैं आप अपनी भाषा में इसे जेलर भी कह सकते है।

एक जेल के अंदर हजारों कैदी आते हैं जो कि अपनी सजा काट रहे होते हैं या जिन पर मुकदमा चल रहा होता है ऐसे में कैदियों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल प्रहरी के हाथों में होती है।

जेल से संबंधित प्रबंधन की जिम्मेदारी भी जेल प्रहरी के हाथों में सौंप दी जाती है किसी एक बंदी ग्रह में सिर्फ एक ही जेल प्रहरी को नियुक्त किया जाता है और पूरे जेल के प्रबंधन की जिम्मेदारी उसी जेल प्रहरी के हाथों में होती है। जेल प्रहरी को न्यायालय के नियमों के अनुरूप रहकर जेल को संभालना होता है और जेल का प्रबंधन करना होता है। इसके बारे में थोड़ा और विस्तार से समझ लेते हैं-

जेल प्रहरी के क्या काम होते है? (Jail Prahari ke kaam )

वैसे तो जेल प्रहरी के पास कई तरह के कार्य होते हैं लेकिन उनका सबसे मुख्य कार्य जेल की देखरेख करना और उसका प्रबंधन की देखरेख करना होता है। एक.जेल प्रहरी को जेल की संपूर्ण व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी होती है। चलिए जेल प्रहरी के कार्यों को थोड़ा सा विस्तार से समझ लेते हैं –

  • एक जेल प्रहरी का कार्य जेल की सुरक्षा को सुनिश्चित करना होता है क्योंकि जेल में कई तरह के बड़े और छोटे लेवल के कैदी सजा काट रहे होते हैं ऐसे में जेल की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को देखना जेल प्रहरी का मुख्य कार्य होता है क्योंकि एक छोटी सी गलती से भी एक बड़ी समस्या जन्म ले सकती है।
  • जब भी कोई कैदी जेल में आता है तब उसे जेल में कितने समय तक रखा जाना है? उसकी सजा क्या होने वाली है? इन सभी चीजों की देखरेख जेल प्रहरी के हाथों में होती है। एक जेल प्रहरी को दंड संहिता के अनुरूप रहकर अपना कार्य करना होता है।
  • जेल में सजा काट रहें कैदियों को किस प्रकार का काम दिया जाएगा और उनसे किस तरह का काम करवाना है इन सभी चीजों की देखरेख करना भी जेल प्रहरी के मुख्य कार्यों में से एक है। साथ ही कैदियों द्वारा किए जाने वाले कामों का प्रबंधन करना भी जेल प्रहरी के कार्यों में से एक है।
  • जैसा कि हमने बताया कि जेल के अंदर बहुत से छोटे-बड़े कैदी आते हैं ऐसे में जेल में किसी तरह की लड़ाई या व्यवस्था भंग करने का कार्य अगर किसी कैदी के द्वारा किया जाता है तो ऐसी समस्या का निपटारा करना भी जेल प्रहरी के कामों में से एक होता है। जेल प्रहरी को जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा का जिम्मा भी अपने हाथों में लेना होता है।
  • जेल में बंद कैदियों को कब और किस समय खाना दिया जाने वाला है? उनकी भोजन व्यवस्था की देखरेख करना भी जेल प्रहरी के कार्यों में से एक है।
  • जब कोई परिवार का सदस्य किसी कैदी से मिलने आता है तब उन्हें मिलने की अनुमति देने के साथ ही कितने समय तक उन्हें मिलने दिया जाना है इस बात को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी भी जेल प्रहरी के हाथों में होती है।
  • जेल प्रहरी के लिए यह जरूरी है कि वह कानून व्यवस्था के अनुरूप रहकर कार्य करें और साथ ही कैदियों का प्रबंधन भी कानून व्यवस्था के अनुसार ही करें किसी भी तरह से कानून व्यवस्था के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
  • रोजाना जेल में कौन आता है? और कौन जाता है जेल प्रहरी को हर बात का रिकॉर्ड रखना काफी जरूरी है। क्योंकि अगर किसी भी तरह से कानूनी व्यवस्था से खिलवाड़ होता है तब न्यायालय को जवाब देने की पूरी जिम्मेदारी जेल प्रहरी के हाथों में होती है।

जेल प्रहरी को और किन नामों से जाना जाता है?

वैसे तो मुख्य रूप से जेल प्रहरी को भारत में लोग जेलर के नाम से जानते हैं क्योंकि आजकल फिल्मों में ज्यादातर इसी नाम का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा जेल प्रहरी को बंदी गृह रक्षक, जेल रक्षक, कारावास रक्षक, जेल गार्ड या जेल वार्डन के नाम से भी जाना जाता है।

जेल प्रहरी कैसे बने? (Jail Prahari in Hindi)

यदि आप जेल प्रहरी बनना चाहते हैं और जेल प्रहरी बनने की पूरी योग्यता रखते हैं तब आप जेल प्रहरी बनने के लिए अपना कदम आगे बढ़ा सकते हैं। आगे बढ़ने से पहले ध्यान रखिये जेल प्रहरी एक बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद है एक तरह से आप देश की सेवा कर रहे हैं इसलिए आपको ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना है जिससे देश का गौरव कम होता दिखाई पड़े।

जेल प्रहरी को लिए भारत सरकार द्वारा नियुक्त नहीं किया जाता है बल्कि इसके लिए राज्य शासन या प्रशासन के द्वारा रिक्तियां निकाली जाती है। आपको हमेशा ऐसी ही रिकितियों पर नजर रखनी है जो आपके राज्य के द्वारा निकाली गई है। ध्यान रखिए कि रिक्तियों पर पूरी तरह से भारतीय न्यायालय का नियंत्रण रहता है जो कि उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संभाला जाता है।

जेल प्रहरी के लिए न्यायिक व्यवस्था व राज्य सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया जाता है जो कि ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रकार से जारी होता है। यहां तक कि समाचार पत्र के अलावा और भी कई माध्यम से लोगों को सूचना दी जाती है।

परीक्षा में आवेदन करने वाले विद्यार्थी को सामान्य ज्ञान. न्यायिक व्यवस्था. गणित और तार्किक क्षमता के साथ अंग्रेजी में निपुण होना बहुत जरूरी है। एक बार जब आप आवेदन करके एग्जाम को पास कर लेते हैं तब आपको एक इंटरव्यू देना होता है इसके बाद आपको जेल प्रहरी के पद के लिए नियुक्त किया जाता है। जेल प्रहरी बनने के लिए आवश्यक योग्यता, आयु सीमा और संपूर्ण जानकारी आपको नीचे दी जा रही है-

जेल प्रहरी बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता

जेल प्रहरी बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से कम से कम 10 वीं पास होना आवश्यक है। इसके अलावा आपको दसवीं कक्षा में कम से कम 50 परसेंट तक के अंक लाना बहुत ही आवश्यक है। कुछ राज्यों में यह अंक सीमा अलग-अलग हो सकती है आप केवल दसवीं पास करके जेल प्रहरी की परीक्षा में आवेदन कर सकते हैं।

जेल प्रहरी बनने के लिए आयु सीमा

जेल प्रहरी बनने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष होना बहुत आवश्यक है फिर भले ही आप ने दसवीं कक्षा को 16 या 17 की उम्र में ही पास कर लिया हो। केवल 18 वर्ष की उम्र के बाद आप जेल प्रहरी एग्जाम दे सकते है।

जेल प्रहरी बनने के लिए अधिकतम आयु 18 वर्ष से लेकर 40 वर्ष तक निर्धारित की गई है अगर आप किसी विशेष वर्ग से हैं तब आपको आयु सीमा में कुछ विशेष छूट भी दी जा सकती है जो कि हर राज्य के अनुसार अलग-अलग होती है।

जेल प्रहरी बनने के लिए एग्जाम सिलेबस

यदि आप किसी कॉन्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करते हैं तब आपको सिलेबस की जानकारी होना काफी आवश्यक होता है जब आपको सिलेबस की जानकारी होती है तब आप आसानी से बाकी लोगों से कुछ कदम आगे बढ़ सकते है। नीचे हम आपको जेल प्रहरी परीक्षा से जुड़े कुछ विषय बताने वाले हैं जिन पर कार्य करके आप आसानी से जेल प्रहरी की एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं-

  1. गणित
  2. रीजनिंग
  3. अंग्रेजी
  4. स्थानीय भाषा
  5. सामान्य ज्ञान
  6. कंप्यूटर
  7. कानून व् नियम
  8. संविधान

जेल प्रहरी बनने की चयन प्रक्रिया

यदि आपने जेल प्रहरी बनने का पूर्ण रूप से विचार बना लिया है तब आप इसकी चयन प्रक्रिया को जानकर अपनी तैयारी को और भी आगे बढ़ा सकते है। जेल प्रहरी बनने के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है इसके बाद ही आप जेल प्रहरी बन सकते हैं यहां नीचे जेल प्रहरी बनने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया है-

जेल प्रहरी लिखित परीक्षा

जेल प्रहरी बनने का पहला चरण है कि आपको लिखित परीक्षा से गुजरना होगा ऊपर हमने आपको परीक्षा से जुड़े सिलेबस तो बता ही दिए हैं सामान्य तौर पर आपको 100 अंकों की प्रश्न सूचि दी जाती है और पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या भी 100 होती है। एग्जाम के समाप्त होने के कुछ समय बाद इसकी कटऑफ निकाली जाती है और जो भी विद्यार्थी कटऑफ से गुजर जाता है उसे सफल माना जाता है।

जेल प्रहरी फिजिकल टेस्ट

एक जेल प्रहरी बनने के लिए आपका फिजिकली फिट होना काफी आवश्यक होता है। दरअसल लिखित एग्जाम के बाद आपकी शारीरिक जांच होती है और फिर पता लगाया जाता है कि आप एक जेल प्रहरी बनने के लिए पूरी तरह से फिट है या नहीं। इसके बाद ही आपको अगले चरण के लिए भेजा जाता है। अगर आप एक जेल प्रहरी बनना चाहते हैं तब आपको मेंटली तो ठीक है, बल्कि फिजिकली भी फिट होना पड़ेगा।

जेल प्रहरी मेडिकल टेस्ट

फिजिकल टेस्ट हो जाने के बाद मेडिकल टेस्ट जेल प्रहरी बनने की तीसरी सबसे बड़ी प्रक्रिया है जिससे आपको गुजरना पड़ता है इसके लिए सरकारी अस्पताल से अधिकृत डॉक्टर आप का संपूर्ण मेडिकल जांच करता है जिसका उद्देश्य है कि आपके शरीर में किसी भी तरह की बीमारी या फिर आपको कोई सीरियस समस्या तो नहीं है इस बात की पूरी जांच की जाती है।

जेल प्रहरी बनने के लिए इंटरव्यू

इंटरव्यू किसी भी विद्यार्थी के लिए सबसे मुश्किल चरण होता है अगर आप इस चरण को अच्छे से पूरा कर लेते हैं तब आपको कोई भी नहीं रोक सकता है। जेल के अधिकारी आपका साक्षात्कार लेते हैं जिसमें आपकी स्किल्स की जांच की जाती है राज्य में इंटरव्यू की प्रक्रिया अलग-अलग होती है अगर आपके राज्य में इंटरव्यू होता है तो आपको उस इंटरव्यू जरूर जाना ही होगा।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन तब की जाती है जब आप ऊपर दिए गए सभी चरणों को पूरा कर लेते हैं डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन आपके सबसे अंतिम चरणों में से एक है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करना काफी जरूरी है क्योंकि अधिकारियों के लिए यह जानना आवश्यक है कि आपने जो जानकारी दी है वह सही है या नहीं।

अगर आपकी जानकारी में किसी भी तरह की गलत जानकारी पाई जाती है या आपने गलत तरीके से एग्जाम को पास किया है तब आपको पूरी तरह से निरस्त कर दिया जाता है लेकिन अगर आपके डॉक्यूमेंट पूरी तरह से सही पाए जाते हैं तब आप को जेल प्रहरी के पद के लिए नियुक्त किया जाता है।

जेल प्रहरी बनने की तैयारी कैसे करें? (Jail Prahari kaise bane?

जेल प्रहरी बनने की तैयारी करने के लिए आपको काफी मेहनत करना होगी क्योंकि एक जेल प्रहरी बनना कोई आसान कार्य नहीं है आप को जेल प्रहरी से रिलेटेड सभी पुस्तकें बाजार से खरीद लेना है साथ ही ऊपर दिए गए सभी विषयों पर अच्छे से कार्य कर लेना है।

इसके अलावा आपको फिजिकल और मेंटली दोनों तरह से फिट रहना है अगर आपको लगता है कि आप पढ़ाई में इतने अच्छे नहीं है तब आप कोचिंग का सहारा ले सकते है। इसके अलावा आप यूट्यूब के माध्यम से अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं और सभी चरणों से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

जेल प्रहरी का वेतन कितना होता है (Jail Prahari ka Vetan kitna hota hai)

हालांकि वेतन इतना ज्यादा इंपॉर्टेंट भी नहीं है क्योंकि आप देश की सेवा का कार्य कर रहे फिर भी कई लोगों के मन में वेतन को लेकर जिज्ञासा जरूर होती है। तो चलिए आपकी जिज्ञासा को पूरा कर देते हैं। वैसे तो अलग-अलग राज्यों में जेल प्रहरी की सैलरी अलग-अलग होती है लेकिन सामान्य तौर पर जेल प्रहरी को महीने के 15000 से लेकर 30 हजार तक का वेतन दिया जाता है इसके अलावा हर साल वेतन में 2 से लेकर 5 हजार तक की बढ़ोतरी भी की जाती है। Read Also-

WhatsApp's Group
Join Now
Telegram Group  Join Now
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular